Saturday, 31 August 2019


राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त लेखक आबिद सुरती की पुस्तक, "सूफी - द इनविजिबल मैन ऑफ द अंडरवर्ल्ड" के नये खंड का अनावरण प्रसिद्ध निर्देशक श्रीराम राघवन के  हाथो बांद्रा के टाईटलवेव्हस में किया गया। इस अवसर पर श्रीधर राघवन, ऐनी जैदी, राजश्री देशपांडे, अभिनेता गुरमीत चौधरी, अतुल कसबेकर भी उपस्थित थे।

Friday, 30 August 2019

Dr Aneel Kashi Murarka, a well-known philanthropist and social-worker, sends flood relief material and life-saving medicines to Kolhapur through his social organisation Ample Missiion for the flood affected people.

ET राइज़िंग इंडियन अनुषा श्रीनिवासन अय्यर को नैशनल अवॉर्ड फॉर एक्सेलेंस 2019 से नवाज़ा‌ गया, भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास में अहम योगदान के लिए मिला सम्मान



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इस सरकार के लिए देश के विकास का मतलब महज़ ये नहीं है कि आर्थिक संकेतकों में सुधार दिखायी दे, बल्कि हर तबके के लोगों के आत्मसम्मान में‌ होनेवाली बढ़ोत्तरी भी इस बात का द्योतक है. उन्होंने‌ कहा था,‌ "मेरे लिए राइज़िंग इंडिया का मतलब 125 करोड़ भारतियों के आत्म-सम्मान का बढ़ना है." पूरी दुनिया भारत के बढ़ते क़द को स्वीकार रही है. उल्लेखनीय है कि भारत में आनेवाले राष्ट्रीय प्रमुखों की संख्या पिछले 6 सालों में बढ़कर‌ दोगुनी हो चुकी है.


भारत के 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इकोनॉमिक ‌टाइम्स ने‌ ऐसे कामयाब भारतीयों (एकल और सेट-अप्स) पर एक सारगर्भित लेख छापा, जिन्होंने विश्वभर में भारत के झंडे को गर्व से और ऊंचा फ़हराने में मदद की हो. इस बेहद विशेष सूची में अपने सामाजिक कार्यों के लिए जाने जानेवाली अनुषा श्रीनिवासन अय्यर को ET राइज़िंग इंडियन घोषित किये जाने के अलावा, देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए द नैशनल अवॉर्ड फॉर एक्सेलेंस 2019 से भी सम्मानित किया गया. उन्हें जेडब्ल्यू मैरियट,‌ इंदौर में विश्वभर से आये गणमान्य लोगों की उपस्थिति के बीच ये पुरस्कार प्रदान किया गया.

अनुषा श्रीनिवासन अय्यर एक प्रतिष्ठित इमेज और मीडिया रणनीतिकार, ब्रांड कस्टोडियन और भारत के टॉप एंटरटेनमेंट,  लाइफ़स्टाइल पीआर व मीडिया एजेंसी 'नारद पीआर ऐंड इमेज स्ट्रैटिजिस्ट' की सर्वेसर्वा भी हैं. अनुषा की पहचान एक उदार दिल और तेज़-तर्रार पत्रकार के रूप में भी भी रही है. उल्लेखनीय है कि उन्होंने अपने घर में 89 बेसहारा जानवरों को पनाह दी हुई है जिससे उनका घर जानवरों के‌  आश्रय के रूप में तब्दील हो चुका है. एक TEDx स्पीकर के तौर पर अनुषा की काफ़ी डिमांड है, जो बेबाक अंदाज़ में लिंग-भेद और पशुओं के अधिकारों की बात करती हैं. एक लाइफ़ कोच के तौर पर भी सक्रिय अनुषा अंतर्राष्‍ट्रीय स्तर की एक अवॉर्ड विजेता फ़िल्ममेकर भी हैं, जिन्हें अब तक विश्व स्तर के 17 अवॉर्ड्स से नवाज़ा जा चुका है.

मानवाधिकार और विकलांगता की बंदिशें तोड़ने संबंधी उनकी फ़िल्म 'सारे सपने अपने हैं' दुनिया भर के 74 फ़ेस्टिवल्स में‌ दिखायी जा चुकी है. समीक्षकों द्वारा बेहद सराही गयी इस फ़िल्म में बाल कलाकार‌ वेदांत गिल ने अहम भूमिका निभायी है.

ग़ौरतलब है कि इतने बड़े पैमाने पर सम्मानित अनुषा को अब इकोनॉमिक टाइम्स द्वारा ET राइज़िंद इंडियन घोषित किया गया है. इतना ही नहीं,‌ उन्हें वर्ल्ड बुक्स ऑफ़ रेकॉर्ड (लंदन) और ALMA की ओर से नैशनल अवॉर्ड फॉर एक्सेलेंस भी दिया गया है.

Thursday, 29 August 2019


Audiologist-Speech Therapist Devangi Dalal’s featured in Mail Today from the India Today Group.
#Audiology #Speech #Therapy #Interview #Feature #MailToday #IndiaToday #Hearing #Impairment #Positive #Attitude

मिलिए मनोरंजन के ज़रिए समाज के उत्थान में यकीं रखनेवाले उद्यमी अजय हरिनाथ सिंह से




जब बात हो सिंह ऐंड सन्स की, तो उद्यमिता और उदारता का अनोखा संगम देखने को मिलता है और हालिमें इनके सर और एक ताज चढा जब कंपनी के युवा  प्रतिभावान वंशज अजय हरिनाथ सिंह को टाइम्स पावर मैन और यंग आइकॉनिक आंत्रप्योनोर अवॉर्ड्स से नवाज़ा गया।

अजय हरिनाथ सिंह कहते हैं कि, "लम्बे समय तक नेटफ़्लिक्स (अमेरिका) के‌ राजीव, झी५ की रेशमी और ज़ी एंटरटेनमेंट से उनकी कंपनी के बढ़िया संबंध रहे हैं। ऐसे में अब हम चीन, कोरिया, जापान, चेक रिपब्लिक, जॉर्जिया में पैर पसारने के लिए प्रेरित हुए हैं। इसके अलावा, हम भारत और विदेशों में भी फ़िल्मसिटी की स्थापना, डिजिटल डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म के विस्तार की कोशिशों में लगे हुए हैं।"


देश के एक बेहद शक्तिशाली परिवारों में से एक से ताल्लुक होने‌ के बावजूद अजय हरिनाथ सिंह ने विभिन्न कंपनियों में काम किया। भारतीय उद्यमिता के प्रति अपनी भूख को सामने लाते हुए उन्होंने डारविन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ की स्थापना की, जिसमें प्राथमिक रूप से तेल, MiG और एयरक्राफ़्ट सेवा और अन्य हथियारों के बाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। कंपनी ने‌ जल्द ही बैंकिंग, फ़ार्मास्युटिकल्स, फ़ाइनांस, खनन, सूचना प्रौद्योगिकी, हवाई सवाओं स्वास्थ्य संबंधी क्षेत्रों में ख़ुद को स्थापित कर लिया। फ़िलहाल अजय हरिनाथ सिंह डारविन प्लेटफॉर्म समूह के मालिक है और कंपनी पर ९६% मालिकाना हक़ उनका है।

रशियन इंटरनैशनल फ़ैमिली फ़िल्म्स फ़ेस्टिवल  की जूरी के सदस्य, डार्विन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ (DPGC) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हरिनाथ सिंह ने दो न्यूज़ मीडिया में निवेश किया है जबकि वो भारत के टॉप ५ फ़िल्म प्रोडक्शन हाउस में से दो का बड़ा आर्थिक आधार हैं। जिनमें कुल ४३ फ़िल्मों का समावेश हैं। इनमें से तीन फ़िल्में ऐसी रही हैं, जिनका शुमार भारत की तीन सबसे महंगी फ़िल्मों में होता है। वो अब ख़ुद ही मुख्यधारा के व्यवसायिक कंटेट के निर्माण के क्षेत्र में कदम रखने जा रहे हैं, जिससें सिनेमा, टीवी, वेब के लिए कंटेट का निर्माण शामिल है। इसके लिए वे ख़ुद ही एक मीडिया हाउस खोलने‌ जा रहे हैं जिसके प्रमुख हैं DPGC ग्रुप सीओओ डॉ. फ़रहाद विजय अरोड़ा जो फ़िल्म स्टार विजय अरोड़ा और पूर्व मिस इंडिया दिलबर दिबेरा के बेटे भी हैं।

फ़िलहाल उनका प्रोडक्शन हाउस 'द राइज़ ऑफ़ मंगोल' नामक फ़िल्म बनाने जा रहा है, जो अभी निर्माण स्टेज में है। ये तीन हिस्सों में चंगेज़ ख़ान पर बननेवाली बायोपिक है, जिन्हें इतिहास का सबसे बड़ा मुगल बादशाह माना जाता था। इस बहुभाषी फिल्म को हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगू और अन्य भाषाओं में भी रिलीज़ किया जाएगा। इसके अलावा, समानांतर सिनेमा‌ कि श्रेणी में आनेवाली फ़िल्में भी रिलीज़ के लिए तैयार हैं जिनमें तेरा क्या होगा लम्बोदर, अज़ीजन और वॅलेट पार्किंग का शुमार है। कंपनी कंगना राणावत स्टारर धाकड़ के निर्माण को लेकर भी विचार कर रही है जो २०२० में दीवाली के मौके पर रिलीज़ की जाएगी। इसके अलावा तीन और फ़िल्में भी प्री-प्रोडक्शन स्टेज पर हैं जिनके नाम‌ हैं रिक्शा, लेडी लक और एंड-योर-एक्स। डॉ. फ़रहाद विजय अरोड़ा कहते हैं, "उचित तरीके का मनोरंजन लोगों को प्रेरित और उन्हें ख़ुश‌ करने का सही माध्यम है। इससे न सिर्फ़ देश के जनता की भलाई होती है, बल्कि ये देश की प्रगति और मानवता के विकास में अपना अहम योगदान देता है।"

 DPGC ग्रुप के‌‌‌ सीएफ़ओ हरेश महापात्रा का कहना है, "सामाजिक-आर्थिक दृष्टि से हम भारतीय मनोरंजन जगत के होलिस्टिक ग्रोथ की संभावनाएं देख रहे हैं, जिसका विस्तार एक संगठित और सुरक्षित इंडस्ट्री के रूप में किया जाएगा। इससे न सिर्फ़ रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि नई प्रतिभाओं को भी उभरने का मौका‌ मिलेगा। इस तरह से तमाम लोगों का मनोरंजन होगा और उन्हें ख़ुश रखने में सफलता भी मिलेगी, जिसका‌ सकारात्मक परिणाम भारत के जीडीपी‌ पर भी देखने को मिलेगा।"

डारविन प्लेटफॉर्म ग्रुप की सभी १९ कंपनियां सार्वजनिक रूप से लिस्टेड कंपनियां हैं और ये समूह शुरू से ही एक ऋण-विहीन समूह रहा है। इसका कुल टर्नओवर ४१००० करोड़ रुपये है। कंपनी‌ की मौजूदगी हॉलीवुड, बॉलीवुड और रूसी फ़िल्मों में है। उल्लेखनीय है कि डारविन प्लेटफॉर्म मास मीडिया का कुल टर्नओवर २८९ करोड़ रुपये है। कंपनी का मक़सद किफ़ायती दामों पर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को फ़ायनांस मुहैया कराना है ताक़ि ऐसा कर‌के वो अच्छे कंटेट के निर्माण में  सहयोग प्रदान करना चाहते हैं।

DPGC ग्रुप के सीईओ राहुल गणपुले कहते हैं, "DPGC के‌ आने से‌ सभी सेक्टर‌ में बड़े पैमाने‌ पर बदलाव देखने को मिलेगा। कंपनी‌ के पास बेहद अनुभवी लीगल टीम भी है, जिसके नेतृत्व की कमान है रोहित जैन और गौरव जैन के हाथों में। इस कंपनी‌ में मानद सदस्य के रूप में सुप्रीम कोर्ट के दो सेवानिवृत्त जज बतौर सलाहकार अपनी सेवाएं दे रहे हैं, तो वहीं हाई कोर्ट के तीन जज भी सलाहकार की हैसियत से रखे गयें हैं।" उल्लेखनीय है कि डारविन प्लेटफॉर्म और सरकारी परियोजनाओं से जुड़े सेक्टर की ज़िम्मेदारी मोहम्मद अनवर बावला पर है। डायवर्सिफ़ाइड आईटी व सेल्स टीम‌ की बागडोर दीपक जांगरा, शिव चरण और राकेश विश्वकर्मा के हाथों में है।

ग़ौरतलब है कि हाल ही के दिनों में अजय हरिनाथ सिंह ने कई सामाजिक कार्यों के लिए भी ख़ासा वक्त दिया है, जिसमें देश और विदेश दोनों जगहों पर ऐसे कार्यों को अंजाम देना शामिल है। अजय हरिनाथ सिंह कहते हैं, "इतनी‌ कामयाबी हासिल करने के बाद भी मेरी ख़ुशी इस बात में है कि मैं समाज के उत्थान और उसकी ख़ुशहाली में किसी तरह सहयोग कर सकूं।" समाज कार्य के रूप में ज़रूरतमंदों तक खाना पहुंचाने के लिए 'द अजय हरिनाथ सिंह फ़ाउंडेशन' (AHSF) की स्थापना भारत में की गयी ताक़ि बेसहारा और लाचार लोगों को भूखा न सोना‌ पड़े। इसने अपने‌ फ़ूड किचन्स अब लंदन (यूके) और फ़िलेडेल्फ़िया (अमेरिका) जैसे देशों में भी खोल लिये हैं। इनके ज़रिए ३००० ज़रूरमंद लोगों तक शाकाहारी भोजन पहुंचाया जाता है। इसके अलावा, कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी के तहत डारविन ग्रुप ब्रांच ने‌ विशेष योजना के तहत लातूर (महाराष्ट्र) और भुज (गुजरात) में कम क़ीमत पर अस्पताल बनाने में कामयाबी हासिल की। २५० करोड़ रुपये की निधि इकट्ठा करनेवाले इन अस्पतालों का उद्देश्य कम आयवाले परिवारों को गुणवत्तापूर्ण और कम ख़र्च में हासिल की जानेवाली स्वास्थ्य सेवाएं उपलबद्ध कराना है।

मनोरंजन जगत में भूचाल लाने वाले बहुमुखी प्रतिभा के धनी अजय हरिनाथ सिंह की कंपनी ने एक लम्बा सफ़र तय किया है। इसने १९३० में क्षेत्रीय बैंकिंग से लेकर खनन व तेल, शिपिंग लॉजिस्टिक व एयरलाइन, खेती, ऊर्जा, जनसंचार माध्यम, फार्मास्युटिकल्स, आईटी, शिक्षा, बैंकिंग और एकीकृत फ़ाइनेंसिंग के क्षेत्र में ख़ासी पहचान हासिल की है और ये कंपनी एक ऋण-विहीन समूह के रूप में उभरी।

अजय हरिनाथ सिंह दिनों-दिन ऐसी ही तरक़्क़ी करें, यही हमारी शुभकामनाएं हैं!

Wednesday, 28 August 2019

प्रख्यात गायक सुदेश भोसले यांच्या नुकत्याच उदघाटन झालेल्या 'ग्रॅव्हिटी स्टुडिओ' मध्ये झाले 'उलटे' चित्रपटाचे म्युजिक लाँच! सुदेश भोसले यांच्या समवेत अभिनेता अरुण बख्शी, आदि ईरानी, मुश्ताक खान, जीत उपेंद्र, फिरोज ईरानी, निर्माती हेमांगिनी पटाडीया, लेखक-निर्देशक मनोज नाथवानी आणि जीत कुमार यांनी कार्यक्रमास उपस्थिती दर्शवून कार्यक्रमाची शोभा वाढवली.



प्रख्यात गायक सुदेश भोसले यांनी त्यांच्या ड्रीम प्रोजेक्टचीही ह्यावेळी ओळख करून दिली, आणि ह्या ड्रीम प्रोजेक्ट चे नाव आहे 'ग्रॅव्हिटी स्टूडिओ'. हा एक लाइव रूमबरोबर-एक फीचर-समृद्ध रेकॉर्डिंग स्टूडियो आहे, यावेळी येथे हिंदी चित्रपट "उलटे" चे म्युजिक लाँच पार पडले. 'उलटे' ह्या चित्रपटाची कथा एक सामान्य ग्रामीण व्यक्तीबद्दल आहे, ज्याचे चित्रपटातील नाव आहे उत्तमराव लक्ष्मण तेंडुलकर, जो त्याच्या प्रामाणिक व स्पष्टवक्ते चरित्रामुळे प्रत्येकाच्या विनोदांचे पात्र बनतो. ही कथा एक नवीन वळण घेते जेव्हा त्याला बनावटी मतदाराबद्दल कळते आणि या फसवणुकीचा पर्दाफाश करण्याचा तो  निर्णय घेतो. हे सत्य समोर आणताना त्याला ज्या मार्गावरून आणि संकटातून जावे लागते ती कहाणी उलगडणार आहे 'उलटे'. 


चित्रपटाची गाणी सुदेश भोसले यांच्या आवाजात ग्रॅव्हिटी स्टुडिओ मध्येच रेकॉर्ड करण्यात आली आणि इथेच संगीत लाँच करण्याचा निर्णय निर्मात्यांनी त्यावेळेचे घेतला. सुदेश भोसले, निर्माते हेमांगिनी पटडिया आणि लेखक-दिग्दर्शक मनोज नाथवानी यांच्यासह ज्येष्ठ अभिनेता अरुण बक्षी, आदि इराणी, मुश्ताक खान, जीत कुमार, फिरोज इराणी, फाल्गुनी रजनी, सचिन पाटील आणि किरण आचार्य हे संगीत लाँचिंग कार्यक्रमात उपस्थित होते. 

योग्य प्रकारे नियुक्त केलेलया  या स्टुडिओमध्ये  सर्व उपस्थितांनी एक अविस्मरणीय संध्याकाळ घालवली.

Tuesday, 27 August 2019

Uplifting Society through entertainment, Meet Entrepreneur Ajay Harinath Singh


Entrepreneurship and philanthropy go hand in hand when it comes to the Singh’s & Sons. While being a jury member of the Russian International Family Films festival, In the entertainment sector, Chairman & Managing Director Darwin Platform Group of Companies (DPGC), Ajay Harinath Singh has invested in news media while being the finance backbone to two film production houses from Indias top 5, for 43 films, three of which are Indias most expensive films ever. He has been rightfully bestowed upon the Times Power Men and Young Iconic Entrepreneur Awards, and now he is himself foraying into mainstream commercial content production for cinema, TV, & Web, with his media house headed by DPGC Group COO Dr. Farhad Vijay Arora, also son of film star Vijay Arora & Ex Miss India Dilber Debara.

Of the entire 19 Darwin Platform Group of public listed Companies empire, which is a debt free organisation since inception, and has a asset based turnover of INR 41000Crs, with its presence in Hollywood, Bollywood and Russian films, Darwin Platform Mass Media has a turnover of over INR 289Crs. Providing finance for the entertainment industry at reasonable rates, the company loves to encourage and support good content creation.
Having long associated with Rajiv of Netflix USA, Reshmy of Zee5 & Jay of Zee Entertainment is exciting inspires us to expand our presence to China, Korea, Japan, Czech Republic, Georgia and even setup film cities in India & overseas besides expanding digital distribution platforms for the future says Ajay Harinath Singh. "Our socio economic vision, is to provide a holistic growth to the Indian entertainment industry, and expand it into an organised & secured community, providing employment and fair scope for development of fresh talent, while entertaining and spreading happiness through the masses, hence contributing to the growth of India's GDP" says Haresh Mahapatra DPGC group CFO.
Currently the production house has The Rise of Mangol in post production stages. A mega budget 3 part biopic saga on the life of history's biggest emperor Gengiz Khan. The multilingual film will be released in Hindi, Tamil, English, Telugu and other languages. Along with ready for release parallel cinema peojects like Tera Kya Hoga Lambodar, Azizan and Valet Parking, the company is mulling over the production of the Kangana Ranaut starrer titled Dhaakad, in the pipelines due for release on Diwali 2020 with 3 more films in pre production stages, titled Rickshaw, Lady Luck and en-d-your-ex. "Correct entertainment is the key source of motivation and happines for all, which contributes to the wellbeing of the masses and hence the progress of the nation and humanity as a whole" says Dr. Farhad Vijay Arora.

DPGC will contribute to a paradigm shift in all sectors as it has one of the strongest legal teams headed by Mr.Rohit Jain & Mr.Gaurav Jain. The company has 2 honorary RETD Chief justice of india as advisors and 3 RETD Justice of High court on advisory  Position " says DPGC group CEO Mr. Rahul Ganpule. Darwin platform Govt project Sectors are taken care by Mr Mohammed Anwar Bawla. The diversified  IT & Sales team is headed by Mr. Deepak Jangda , Mr Shiv Charan & Mr Rakesh Vishwakarma.

Aart from creating a storm in the entertainment industry, currently helmed by the multi-faceted Ajay Harinath Singh, has come a long way from their regional banking business from the 1930s to excelling in the fields of mining and oil, shipping logistics and airline, farming, energy, mass media, pharmaceuticals, IT, education, banking and integrated financing, culminating into a debt free conglomerate.
While being considered to be one of the most powerful and influential families in India did not stop Ajay Harinath Singh from working for a number of companies. With a thirst for Indian entrepreneurship, he founded the Darwin Platform Group of Companies , primarily focusing on oil, MiGs, Sukhoi aircrafts and arms & ammunition. The company quickly developed to being a conglomerate specialising in banking, pharmaceuticals, finance, mining, information technology, airline services, and healthcare sectors. He is currently the Chairman of the Darwin Platform Group, owning 96% of the company.
In recent years, Singh has devoted his time to numerous philanthropic endeavours, expanding his charitable activities across oceans! "After being blessed with somuch of success my happines lies in being a medium for society's upliftment and happiness" says Singh. The AHS Food charity was set up in his native India to provide food to homeless and needy and has now opened food kitchens in London (UK) and Philadelphia (US), providing over 3,000 vegetarian meals to the needy! Also, through the Darwin Group branch ‘Corporate Social Responsibility’, he devised a plan and successfully built low-cost hospitals in Latur (Maharashtra) and Bhuj (Gujarat). Raising over Rs. 250 Crore, these hospitals targeted the needs of low-income families in these areas focusing on providing quality and affordable health services. 
सम्राट चैटर्जी की जन्मदिन की पार्टी  में जमे सारे नामचीन सितारे. अनंगशा बिस्वास,अनुप्रिया गोयंका, प्रीति सूद, नंदा यादव, जयदीप अहलावत, निखिल डिसूजा, शादाब हाशमी, वैभव राज गुप्ता, अशीम केमसोंन, राजेश रॉय और पितोबाश  त्रिपाठी इस रंगारंग पार्टी में देखे गये।अंधेरी वेस्ट के प्रसिद्ध पिंड मसाला में स्वादिष्ट पकवानो का मजा लेते और  ख़ुशी में संगीत के धून पर नाचते गाते दिखे। इस संदर्भ के छायाचित्र देखे

Monday, 26 August 2019

मस्सकली का प्रयास भारतीय हॅन्डलूम बुनकर को सशक्त बनाना, इसमे शबाना आज़मी, भाग्यश्री और शर्मिला ठाकरे ने दिया साथ


 
भारतीय हॅन्डलूम उद्योग को पुनर्जीवित करने और पैठणी बुनकर महिलाओं की शिल्पकारी को पुरुजीवित रखने के लिए, श्रद्धा सावंत और उनकी संस्था मस्सकली ने मुंबई में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया. जिसमें ५०० से अधिक हॅन्डलूम साड़ियों समावेश था। हॅन्डलूम प्रेमी और अभिनेत्री शबाना आज़मी और भाग्यश्री इस खास कार्यक्रम में मौजूद थे। शर्मिला ठाकरे, अभिनेत्री इंदिरा कृष्णन, और सोशल मीडिया साड़ी इन्फ्लुएन्सर ममता शर्मा दास उर्फ बोहोबालिका सहित कई अन्य हस्तियाँ भी उपस्थित थी।  उन्हें बुनकरों और उनके परिवारों के साथ घुलमिल कर देखने का एक अलग ही आनंद था।

श्रद्धा सावंत ने अपने दो पैठानी बुनकरों के साथ करघे में पूरे बुनाई की प्रकिया का आयोजन कर यह प्रक्रिया कितनी जटील है इसका एहसास कराया।  पैठानी साड़ियों व्यतरित अन्य कई  हैंडलूम साड़ियों जैसे कि बनारसी, चंदेरी, खादी-जामदानी, इकत, जरी, कांजीवरम, और गढ़वाल का भी इस  प्रदर्शन में समावेश किया गया था. ब्रांड के नाम की व्याख्या करते हुए श्रद्धा सावंत ने कहा,"मस्सकली का अर्थ एक पक्षी है, जो स्वतंत्रता, शांती और समृद्धि का प्रतीक हैं- इस त्यौहार के मौसम में हमारे बुनकर समुदाय के लिए मेरी यही की इच्छा है, की वह भी अपने जीवन में ऐसीही उडान भरें।"

बुनाई समुदाय के लिए स्थिति कितनी कठिन है, इस पर जोर देते हुए, उन्होंने कहा, “यह बुनकर कलाकार जबरदस्त प्रतिभाशाली हैं, लेकिन बहुत निर्धन हैं, सभी खरीदारों के साथ संपर्क की कमी के वजह से। वे शहरी दर्शकों द्वारा अच्छे खासे मूल्य के लायक हैं, और उनके लिए उपयुक्त रूप से संरक्षण देना जरुरी है ताकि वे बुनाई की सदियों पुरानी पारंपरिक प्रक्रिया को जीवित रखने में सक्षम हो सकें। इसीवजह से मस्सकली ने इस मोहिंम में प्रवेश किया ताकि उनके जीवन में इस जरिये वो अपनी जिंदगी खुशियाली से बिताये ।  

परंपरा के विलुप्त होने से पहले बुनाई की कला में नए आर्थिक लहर निर्माण करने की कामना करते हुए, श्रद्धा सावंत ने कहा, “हमारी सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए ग्रामीण रोजगार प्रदान करने के लिए हैंडलूम उद्योग एक मुख्य वाहन है। मस्सकली के माध्यम से, मैं उन परंपरावादियों को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रही हूं, साथ ही भारत की शानदार सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक बुनाई कला को वापस अपने मुख्य स्थान पर मने का प्रयास हैं । "

श्रद्धा सावंत बुनकरों को  पारंपरिक बुनाई के अलावा अनन्य डिज़ाइनर साड़ी कैसे बनाई जाए इसका प्रशिक्षण भी देती  है। “कम से कम, महीने में एक बार, हम व्यक्तिगत रूप से छोटे गांवों का दौरा करते हैं और बुनकरों के साथ बातचीत करते हैं। हम उन्हें नए डिज़ाइन्स की भी कल्पना  देते हैं। इस कृत्य से वे प्रोत्साहित और प्रेरित महसूस करते हैं, “उन्होंने मुस्कुराकर साझा किया। 

“जब हम भारतीय कलाकारों की गरिमा को बनाए रखते हैं, तो हम वास्तव में खुद की मदद करते हैं। हैंडलूम सिर्फ इको-फ्रेंडली नहीं है; यह कार्बन अस्तित्व  को भी कम करता है क्योंकि पुनर्जीवन ग्रामीण प्रवासन को धीमा कर देता है, इसके अलावा हमें सैकड़ों अद्भुत क्षेत्रीय भारतीय बुनाई और तकनीकों के पुनरुत्थान का भी प्रतिनिधित्व करते है। "

प्रख्यात अभिनेत्री शबाना आज़मी हैंडलूम के प्रति प्यार साझा करते हुए कहा, “हैंडलूम के लिए मेरा प्यार मेरे बचपन से उपजा है। मेरी माँ भी भारतीय हैंडलूम साड़ियों की बहुत बड़ी संरक्षक थीं। जब मैंने श्याम बेनेगल की फिल्म "सुस्मान" में एक बुनकर की पत्नी की भूमिका निभाई थी, तो मैंने महसूस किया कि महिलाओं को इस व्यापार में केवल परिधीय स्थिति है। मैं महिला बुनकरों को शामिल करने और उन्हें इस प्रक्रिया में सशक्त बनाने के लिए श्रद्धा सावंत की दिल से सराहना करती हूँ। ”

अगम सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध भाग्यश्री ने एक सारगर्भित रहस्य साझा करते हुए कहा, "मेरे पास पैठनी साड़ीयो का भंडार है जो मेरी माँ की है, जो मुझे आशा है कि मेरी बेटी पहनेंगी और उनकी  बेटी किसी दिन पहनेंगी, एक बहुत ही सरल कारण के लिए - कि वे बहुत खूबसूरत हैं ! "

उन्होंने एक अहम् बात कही, "इस तरह की साड़ियों के साथ जो हमेशा के लिए अपनी सुंदरता को बनाए रखती हैं, यह न केवल लोगों के आभूषण हैं, जो हमारे बच्चों को सौंपे सकते हैं, बल्कि ये भी अनमोल रत्न से कम नहीं हैं।" दोनों कलाकारों ने सभी से अपील की वह भी बुनकरों के समर्थन में आगे आएं।

These Rains, Keep Your Ears Safe

Rains make us susceptible to a bouquet of diseases such as dengue, malaria, colds… and ear-aches! Yes, rains are the ripe time for many ear-related issues to crop up…

Audiologist-Speech Therapist Devangi Dalal and co-founder of JOSH Foundation agrees, “During monsoon, fungal ear infections are quite commonplace. Such infections may cause painful itches that are aggravated by scratching with cotton swabs and other similar objects, thus resulting in more damage than the infection itself. Remember that fungal infections breed like mushrooms in the monsoons. So in case your ears itch for more than a day, consider consulting a specialist.”
The main area of concern in this monsoon season coupled with humid weather is the beating our immune systems take. “Infections become more common in the rains because our immunities are at their weakest,” avers Dalal. “The key is to boost our immunity by taking proper precautions. So, when you can, choose hot beverages like hot soups and teas to keep yourself warm and also to boost your immune system.”
“It’s easy to be unaware of ear canals getting blocked with trapped ear wax or water, especially with all the assorted aches and pains in this season. Protect your ears and pay your doctor a visit when in pain because fungal ear infections are painful, and require at least 21 days to heal,” she concludes.

Thursday, 22 August 2019

आशा भोसले ने ज़नाइ भोसले और रजिता कुलकर्णी के साथ श्री श्री रवि शंकर का आभार व्यक्त करते हुए गीतों की घोषणा की।



  
 महान गायिका पद्मविभूषण आशा भोसले और उनकी नातिन ज़नाइ भोसले एवं गीतकार रजिता कुलकर्णी के साथ उनके नए गीतों की घोषणा अँधेरी पश्चिम के प्रख्यात पंचम स्टूडियो में की गयी।आध्यात्मिक और मानवतावादी गुरु श्री श्री रविशंकर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए इनकी रचना की गयी है। इस दौरान दो गानों की घोषणा की गयी, जिनमेंसे एक गाना आशा भोसले ने और दूसरा गाना ज़नाइ ने गाया है।


 श्री श्री रविशंकर को गानों के बारे में पता है ? यह प्रश्न पूछे जाने पर आशा भोसले ने कहा, "मैंने गुरुदेव से गानों के बारे में अभी तक बात नहीं की है, लेकिन मैं उनसे कई बार मिल चुकी हूं। उनके अन्य सभी अनुयायियों की तरह मैं भी उनकी प्रिय हूँ। ”  इन गांनो को गाने का निर्णय क्यों लिया, यह बताते हुए उन्होने कहा, “सभी गाने रोमांस या प्यार के बारे में नहीं होते हैं, अन्य भावनाएँ भी होती हैं, विशेष रूप से वे जो हमें ईश्वर से जोड़ती हैं। और यह गीत गुरुदेव के प्रति आभार गीत हैं और हमें ईश्वर से भी जोड़ती हैं।” आशा भोसले ने दोनो गानों को संगीतबद्ध भी किया है।

यह पहली बार नहीं है जहाँ ज़नाइ भोसले ने अपनी दादी का गाने में साथ दिया है बल्कि इससे पहले भी कई देशों में उनके साथ कॉन्सर्ट कर चुकी है। ज़नाइ भोसले ने इस गाने के बारे में और अपनी दादी के प्रति प्यार व्यक्त करते हुए कहा, “यह गीत मेरे दिल के बहुत करीब है। हम देशभर में प्रोफेशनली परफॉर्म करते हैं, लेकिन जब हम घर वापस आते हैं, तो मेरी वही दादी बन जाती है जो मेरे लिए मेरे पसंदीदा पकवान बनाती है ... कुछ भी नहीं बदलता है",  युवा प्रतिभावान गायिका ने भी श्री श्री रविशंकर के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा कि मैं खुदको "सौभाग्यशाली" मानती हूँ की मुझे उनके लिए गाने का मौका मिला।

अध्यात्म के लिए उनके मिलते-जुलते विचार के अलावा, दादी-पोती की जोड़ी ने एक स्नेहपूर्ण बंधन को भी साझा किया हैं। “ज़नाइ  मुझे बिल्कुल परेशान नहीं करती है। वो बहुत स्वादिष्ट खाना बनाती है और मुझे बहुत प्यार से खिलाती भी है। वह हमारी सभ्यता से बड़ी अच्छी तरह से वाकिफ है। हमारे पूरे परिवार को एक साथ बांधती है। सात साल की कोमल आयु से ही ज़नाइ भारतीय शास्त्रीय नृत्य और शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण लेती आयी है और अब  वह पश्चिमी ओपेरा भी गाती है। अभी वास्तव में वो केवल १७ वर्ष की है और अपनी  पढाई के साथ संगीत प्रशिक्षण भी ले रही है। ”

Saturday, 17 August 2019

आशिष शेलार और शेखर रवजियानी ने किया मिसाल मुंबई के बालवाड़ी एन्ड स्किल सेंटर का अनावरण


रुबल नागी ने आदरणीय मंत्री श्री आशिष शेलार के सहयोग और रूबल नागी आर्ट फाऊंडेशन की पहल से 'मिसाल मुंबई' के अंतर्गत ज़ाफ़र बाबा कॉलोनी, बांद्रा पश्चिम में एक नई एजू-हब (बालवाड़ी) एन्ड स्किल सेंटर की शुरुआत की। आदरणीय आशिष शेलार और शेखर रवजियानी के हाथों से इस केंद्र का अनावरण किया गया।  इसका मुख्य उदेश्य महिलाओं और बच्चों को व्यावसायिक कौशल् संरचना और प्लेसमेंट  द्वारा आर्थिक दृष्टी से स्वतंत्र जीवन जीने में सक्षम करना हैं। 
इससे पहले 'मिसाल मुंबई' के अंतर्गत ठाणे, वरळी, कोलाबा, प्रभादेवी, औरंगाबाद, नाशिक, विरार, नालासोपारा, गोवंडी में भी बालवाड़ी और  स्किल सेंटर की स्थापना की गयी हैं। डिजिटल इंडिया की पहल से विविध प्रकार के उपयोग कर नागरिकों को जानकारी, ज्ञान और कौशल् प्रदान करना और युवाओं को सक्षम बनाके झोपडपट्टी के बदलाव का एजेंट बनाना, यहीं  'मिसाल मुंबई' का उदेश्य है।

Tuesday, 13 August 2019

Rohit Verma Rocks IACA ‘2019 FESTIVAL OF INDIA


Rohit Verma rocked Atlanta with his path-breaking fashion show at the 24th FESTIVAL OF INDIA organised by the Indian American Cultural Association (IACA). This edition of the festival was a runaway success, especially with IACA’s chairperson for the festival Dr (Mrs) Paddy Sharma turning heads when she hit the runway as the opening act of international designer Rohit Verma’s fashion show. 
A jubilant Rohit Verma said, “I am eternally grateful to Lord Krishna for all the opportunities he presents to me. I also thank Dr. Paddy Sharma for her graceful manner on the runway that had everybody absolutely mesmerized.” 
Verma was 2019 FESTIVAL OF INDIA’s star of the show; not only did he display his dazzling collection but also organised the stunning fashion show. IACA’s Chairperson for the show Dr (Mrs) Paddy Sharma, IACA chairperson Mr. Ani Agnihotri and fashion event co-ordinator Kiran Agnihotri were also in attendance. IACA is the largest and oldest non-profit organisation of Indians in Atlanta and has been organising the FESTIVAL OF INDIA for the last 23 years. 
This chapter of the festival was a day-long affair packed with cultural activities and attended by over 3,000 people from all across Georgia, including the Indian consulate in Atlanta and the local politicians.

Monday, 12 August 2019

राजीव एस रुईया निर्देशक और निर्माता रविंदर जीत दारिया की मुश्किल - फियर बिहाइंड यु के प्रीमियर के दौरान आदित्य रॉय कपूर और सिद्धार्थ रॉय कपूर ने भाई कुणाल रॉय कपूर के काम की सराहना की।



निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर और युवा लाखों दिलों की धडकन आदित्य रॉय कपूर, अपने माता-पिता सलोम और रॉय के साथ कुणाल की पत्नी शयोंती भी शामिल हुई। कुणाल ने इस फिल्म में  पहली बार एक रोमँटिक किरदार निभाया है। लवबॉय फिल्म मुशकिल - फियर बिहाइंड यू के प्रीमियर मे दोनों भाइयों ने परिवार के साथ  कुणाल को उनकी नयी फिल्म के प्रेमियर पर बधाई दी। 
 
कुणाल ने कहा, “मेरा परिवार हमेशा मेरे लिए मददगार रहा है लेकिन वे अच्छे आलोचक भी हैं।  मुझे खुशी है कि हमने एक साथ फिल्म देखी और उन्हें यह फिल्म बेहद पसंद आयी। हॉरर कहानियों के शौकीन लोगों को मुश्किल जरूर देखनी चाहिए।" कुणाल की माँ सलोम को फिल्म बेहद पसंद आई खास तौर से फिल्म की कहानी का अंत उन्हे पसंद आया। जबकि कुणाल कि पत्नी शयोंती रॉय कपूर ने कहा, "कुणाल को रोमांटिक किरदार मे देख के बहुत अच्छा लगा, वैसे मैं इस हॉरर फिल्म से घबरा गई थी लेकिन मुझे इसकी कहानी बेहद पसंद आयी ।"


प्रीमियर पर, कुणाल के माता-पिता, पत्नी और भाइयों के चेहरे पर खुशी और गर्व बहता हुआ देखने को मिला। कुणाल के छोटे भाई आदित्य रॉय कपूर रोमांटिक भूमिका के क्षेत्र में निपुण है ऐसे में  फिल्म 'मुश्किल-फियर बिहाइंड यू' कुणाल कि पहली रोमँटिक फिल्म है। उनकी व्यस्त दिनचर्या को देखते हुए, तीनों भाइयों का एक साथ मिलना मुश्किल हो सकता है, लेकिन प्यार कुछ भी संभव बनाता है।

Friday, 9 August 2019

"जन्मदिवस की बधाइयाँ सुलक्षणा, आपको अभी गोद लिया गया है," आनंद महेंद्रू, पापोन, शेखर सुमन, इस्माइल दरबार ने सबके सामने यह घोषणा की।


यह अक्सर नहीं होता है कि 28 वर्षीय बच्चे अपने जन्मदिन के केक को काटते समय अपने आंसू बहाये। लेकिन अगर आप सुलक्षणा हैं, और 28 साल में अपना पहला जन्मदिन मना रही हैं, वो भी 80 लोगों के परिवार और दोस्तों  के बीच तो आप यकीनन खुशी के आंसू बह ही जाएंगे ।  80 परिवार के सदस्यों ने आपका ध्यान आकर्षित किया होगा ना? हम जिन सदस्यों का उल्लेख कर रहे हैं, वे अनाथ बच्चे हैं जो उन्ही में से एक बच्ची का जन्म दिन का जश्न मनाने के लिए इकठ्ठा हुए थे ।

बच्ची का जन्मदिन समारोह में आनंद महेन्द्रू, शेखर सुमन, पापोन, इस्माइल दरबार, श्रीकांत भारतीय जैसे नामचीन व्यक्ती उपस्थित थे और यह संभव हुआ एक खूबसूरत जोड़ी सारीका गगन और गगन महोत्रा की वजह से । 

सुलक्षणा  ने अपनी खुशी को व्यक्त करते हुए कहा, "मैं वास्तव में इस क्षण से बहुत अभिभूत हूँ। मुझे और मेरी बहन को एक चिठ्ठी के साथ  बचपन में ही छोड दिया था, ऊस चिट्ठी में केवल हमारा नाम और जन्मदिन की तारिखे लिखी थी।  28 साल में मेरा जन्मदिन पहली बार मनाया गया है ।"

सुलक्षणा ने आज अपने जीवन को अपने जैसे अनाथ बच्चों के लिए समर्पित कर दिया है जो बड़े होने पर अनाथालयों से बाहर आते हैं कई बार सड़कों पर भीख मांगने के लिए मजबूर हो जाते हैं, सुलक्षणा उनकी मदद करती है लेकिन उसे उम्मीद नहीं थी कि 28 साल की उम्र में, उसे युवा दंपति सारिका और गगन महोत्रा द्वारा अपनाया जाएगा और जीवनभर के लिए उसका हाथ थामने का वादा किया । 

"ये काफी ख़ुशी की बात लगती है," अति भावुक सुलक्षणा ने अपनी भावना व्यक्त की। सारिका और गगन महोत्रा ने कहा, "हमने वही किया जो हमें ठीक लगा  हमारे इस फैसल में कुछ भी असाधारण नही है। हमने बस हमारे दिल कि बात समझी और यह किया।" 

फिल्म निर्माता आनंद महेंद्रू अपनी भावनाओं को साझा करने के लिए न केवल अंधेरी के अपने चंपक स्टूडियो को इस कार्यक्रम के लिये खोल दिया, बल्कि अपने दोस्तों को भी बच्चों के साथ जुड़ने और उनका स्वागत करने के लिए आमंत्रित भी किया। भावुक आनंद महेंद्रू कहते हैं, "यह बहुत सुंदर लगता है जब  इस तरह की पहल की जाये और इस कंक्रीट के जंगल में एक प्यार भरा घर बन जाये है । ऐसी और पहल होनी चाहिए और हम सभी को तहे दिल से भाग लेना चाहिए।" शेखर सुमन, पापोन, श्रीकांत भारतीय और इस्माइल दरबार, जिन्होने इस बातचीत के दौरान समर्थन दिया।


Wednesday, 7 August 2019

अभिनेता रजनीश दुग्गल, नाज़िया हुसैन और पूजा बिष्ट, निर्देशक राजीव एस रुईया समेत निर्माता रविंदर जीत दारिया ने पुरे जोश के साथ किया फिल्म मुश्किल का प्रोमोशन।


अभिनेता रजनीश दुग्गल, नाज़िया हुसैन और पूजा बिष्ट, दिग्दर्शक राजीव एस रुईया सहित निर्माता रविंदर जीत दारिया ने अंधेरी पश्चिम में स्थित मशहूर  बॉम्बे कॉकटेल बार में  मुश्किल - फियर बिहाइंड यु का प्रमोशन किया । यह फील्म देशभर में ९ ऑगस्ट २०१९ को प्रदर्शित होगी।


  इस फिल्म का चित्रीकरण मनमोहक जगह पर किया गया हैं ।  बिग बैट फिल्म्स बैनर के तहत बनी यह फिल्म मुश्किल - फियर बिहाइंड यु चार दोस्तों की कहानी हैं जो एक महल में प्रवेश करते हैं जहाँ प्रवेश निषेध है। इसके बाद उनके साथ क्या होता है ये इस फिल्म कि कहानी है। इस फिल्म का  निर्देशन राजीव एस रुईया ने किया है और निर्माता रविंदर जीत दारिया हैं ।  मुश्किल फिल्म की यह कहानी साबित करती है कि बुराई पर हमेशा अच्छाई की जीत होती है।

Monday, 5 August 2019

तंबाखू विरोधी जागरूकता अभियान



 डॉ. अनिल काशी मुरारका यांनी त्यांच्या अँपल मिशन ह्या संस्थेसोबत एक आगळीवेगळी मोहीम राबवली. ही मोहीम जनसामान्यांमध्ये टोबॅको संदर्भात जास्तीत जास्त जागृकता निर्माण व्हावी ह्यासाठी योजली गेली होती. डॉ. अनिल काशी मुरारका त्यांच्या टीम सोबत मुंबईच्या रस्त्यावर उतरले, वेगवेगळ्या लोकांना भेटले त्यांच्या आयुष्यातील  वेगवेगळे पैलूं जाणून घेतले आणि त्यांच्याशी सवांद साधला आणि शेवटी नम्रपणे त्यांना धूम्रपान सोडण्यास आणि तंबाखू उत्पादनांचा वापर करण्यापासून दूर राहण्याची विनंती केली.

डॉ. अनिल काशी मुरारका म्हणाले, "तंबाखूचा वापर हा भारतातील एक गंभीर समस्या आहे. कमी शिक्षित आणि योग्य मार्गदर्शनचा अभाव, सहकारी दबाव आणि मुलांमध्ये वरिष्ठांचे अनुकरण करण्याचा आग्रह, गैरसमज, तणाव आणि विविध प्रकारच्या सुलभ उपलब्धता तंबाखू उत्पादने आणि नाविन्यपूर्ण जाहिराती लोकांना तंबाखूच्या वापराकडे आकर्षित करतात आणि बऱ्याच वर्षांपासून त्यांचा वापर आणि गैरवर्तन यामध्ये सतत वाढ झाली आहे. आपण जितके करू शकतो तितके आपण करावे, मला वाटते की लोकांना शिक्षित केले तर ते स्वत: ची मदत करू शकतात."
[5:36 PM, 8/5/2019] Laxman Narad: डॉ. अनिल काशी मुरारका ने  एम्पल मिशन संस्था की और से  एक अनुठी मुहीम चलाई।  जनसामान्य लोगों के बीच तंबाकू के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाना इस मुहीम का मकसद था। अनिल काशी मुरारका और उनकी  टीम के सदस्य  इस मुहीम  को यशस्वी बनाने के लिये मुंबई की सड़कों  पर उतरे, अलग अलग लोगो से मिले, उनके साथ बातचीत की , उन लोगों के जीवन के विभिन्न पहलुओं को जानने की  कोशिश की और अंत में उन्होंने विनम्रतापूर्वक उनसे धूम्रपान छोड़ने और तंबाकू उत्पादों का उपयोग करने से बचने का अनुरोध किया।

डॉ. अनिल काशी मुरारका ने कहा, “भारत में तंबाकू का उपयोग एक गंभीर समस्या है। शिक्षा का अभाव और उचित मार्गदर्शन की कमी, सहकारी दबाव और बच्चों में  गलतफहमी, तनाव और अन्य तम्बाकू उत्पादों और विज्ञापनो से  नए  लोग तंबाकू के उपयोग के लिए आकर्षित होते हैं ।और कई वर्षों से उनके उपभोग और दुरुपयोग में लगातार वृद्धि हो रही है । मुझे लगता है कि लोगों को शिक्षित करने का मतलब है कि वे स्वयं खुद की मदद कर सकते हैं

ऑटर्स क्लब में आयोजित संगीत बाबानी का कला प्रतिष्ठापन 'जोयफूल मुमेंट्स' में नामवंत व्यक्तींयो की उपस्थिती


कलाकार संगीता बाबानी एक मशहूर कलाकार है, वो खास तौर से अपनी खुद की गाडी के उपर बनाई कला के लिये परिचित हैं | उन्होंने 10/5 फीट की कलाकृति की एक अनूठी मिश्रित मीडिया अवधारणा बनाई है जिसका नाम 'हैपीस्ट मुमेंट' है. यह कलाकृति ३ महीने की छोटी अवधि में पूरी हुई | संगीत ने इस कला रूप में लकड़ी, धातु, मूर्तिकला पेस्ट आदि सहित विभिन्न माध्यमों का उपयोग किया है। इसे ओटर्स क्लब में प्रदर्शित किया गया था।

संगीता बाबानी की एक प्रदर्शनी को ओटर्स क्लब की पहली मंजिल पर दो इंच ढाला फ्रेम के साथ स्थापित किया गया है। इस प्रदर्शनी के अनावरण पर विभिन्न क्षेत्र के नामचीन लोग उपस्थित थे। मुख्य अतिथि के रूप में स्कूल शिक्षा, खेल और युवा कल्याण मंत्री आशीष शेलार के अलावा, अभिनेत्री प्रीति झंगियानी और अनंगशा विश्वास, ग़ज़ल गायक जसविंदर सिंह भी उपस्थित थे।

संगीता बाबानी, जो स्पेन में पली-बढ़ीं और मुंबई में स्थायिक है, उन्होने स्पेन में कला का अध्ययन किया है, जो एक कला और संस्कृति से समृद्ध देश माना जाता  है। उन्हें भारतीय होने पर गर्व है। भारत की सांस्कृतिक विविधता उनमें स्वाभाविक रूप से निहित है और इसका उन पर गहरा प्रभाव है | इस मौके पर उन्होने कहा,  "इस कला की स्थापना के साथ मैं युवाओं को अपनी रचनात्मकता और जुनून को लक्ष्य बनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती हूं।"

समाज सेवक डॉ. अनिल काशी मुरारका को प्रतिष्ठित 'भारत गौरव पुरस्कार २०१९' से नवाजा गया।


समाज सेवक डॉ अनिल काशी मुरारका को हाल ही में लन्दन में २०१९ का भारत गौरव पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया । यह पुरस्कार समारोह 'हाऊस ऑफ कॉमन' में संपन्न हुआ। डॉ. अनिल काशी मुरारका को  देश के लिये कि गयी उत्कृष्ट सेवा और उत्कृष्ट व्यक्तिक सफलता  के लिये सम्मानित किया गया।  


डॉ. अनिल काशी मुरारका हमेशा से ही अपने मन की सुनते आये है, अपने देश में वो बिना किसी प्रसिद्धि समाजसेवा क्षेत्र में निरंतर कार्यरत रहते हैं। वो कहते हैं, "जब भी किसी व्यक्ति  को उनके कार्य के लिये विशेष तौर से अंतराष्टीय स्तर पर सम्मानित किया जाता है  तो वो ख़ुशी कुछ अलग ही होती है जिसे हम बयान नहीं कर सकते।

साल 2015 में, डॉ. अनिल काशी मुरारका ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के प्रयास में सामाजिक जागरूकता संस्था एम्पल मिशन की स्थापना की। उनके हाल ही में हुए अभियानों में आदिवासी महिलाओं को सैनिटरी पैड वितरित करना, एसिड अटैक से बचे लोगों की मदद करना; दिव्यांग छात्रों के लिए स्पोर्ट्स डे  का आयोजन, स्टेशन के पास यात्रा करने वाले यात्रियों को गर्मी की तपिश से कुछ राहत मिल सके इसलिए नींबू पानी का वितरण और मालवणी में झील इंग्लिश स्कूल के छात्रों के लायब्रेरी के लिए पुस्तकें उपलब्ध करके देना, इस तरह की विभिन्न गतिविधियों का समावेश हैं।

डॉ. अनिल काशी मुरारका को भारत गौरव पुरस्कार २०१९ का प्रतिष्ठित पुरस्कार मिलने  कि ख़ुशी बयान करते हुए कहते हैं, "पुरस्कार से अधिक ख़ुशी मुझे परोपकारी कार्य करने  में होती हैं । और जिस भावनाओं को लेकर हम कार्य करते हैं और उससे प्रभावित होकर के निस्वार्थ रूप से जो लोग योगदान करते हैं तब मुझे बहुत ख़ुशी होती है और वह मेरे लिए किसी परुष्कार से कम नहीं है ,तब मुझे लगता है की में अपने अभियान में सफल हो रहा हूँ।''

Friday, 2 August 2019

Dhvani Parag Dalal, daughter of Audiologist-Speech Therapist Devangi Dalal, is representing India in the International Folk Dance Competition held at Istanbul, Turkey. Participating in the International Culture & Art festivities where dancers from over 28 countries are participating, Dhvani has made India proud. Kudos to her!